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Free bihar board class 10th hindi chapter 10. मछली ( कहानी )

August 20, 2024 by Ankit Banger Leave a Comment

bihar board class 10th hindi chapter 10 : बिहार बोर्ड कक्षा 10 विषय हिंदी पाठ 10 मछली जो की एक कहानी है जिसे विनोद कुमार शुल्क के द्वारा लिखा गया हैं | आर आर्टिकल में आप मछली पाठ के सम्पूर्ण पाठ के अनुसार सवाल और कुछ महत्पूर्ण बिंदु को जानेगें जो आपके लिए कभी ज्यादा महत्पूर्ण होने वाली है | अगर आप निश्चित ही सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो यह पोस्ट अपने लिए कभी ज्यादा महत्पूर्ण होने वाला हैं |

‘मछली’ विनोद कुमार शुक्ल की कहानी है, जो एक छोटे लड़के और उसकी मछली के प्रति भावनात्मक लगाव को दर्शाती है। मछली कहानी में स्वतंत्रता और मासूमियत का प्रतीक है। जब मछली मर जाती है, यह संकेत है कि बच्चा जीवन की कठोर वास्तविकताओं को समझने लगा है। कहानी छोटे पलों की अहमियत और जीवन की सादगी पर जोर देती है।

सूचना : अगर आप कमजोर छात्र-छात्रा है तो आपके लिए हम लेकर आये है बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं सभी विषयों का नोट्स PDF अनुभवी शिक्षकों के द्वारा तैयार किया गया | नोट्स PDF + VIP Group जिसमें आपको रोजाना महत्पूर्ण विषयों के ऑनलाइन टेस्ट लिए जायेगें | Download PDF Now

bihar board class 10th hindi chapter 10

Board NameBihar School Examination Board
Class10th
SubjectHindi ( गोधूलि भाग-2 )
Chapter10. मछली ( कहानी )
Writerविनोद कुमार शुक्ल
Sectionगद्यखंड
LanguageHindi
Exam2025
Last UpdateLast Weeks
Marks100

मछली ( कहानी )

‘मछली’ विनोद कुमार शुक्ल द्वारा लिखी गई एक संवेदनशील और प्रतीकात्मक कहानी है, जो एक छोटे लड़के की जीवन यात्रा और उसकी भावनाओं को दर्शाती है। इस कहानी में मछली एक प्रतीक के रूप में उभरती है, जो स्वतंत्रता, जीवन की सरलता, और बंधनों से मुक्ति की भावना को दर्शाती है।

कहानी का मुख्य पात्र एक छोटा लड़का है जो अपने जीवन में मछली से प्रभावित होता है। मछली के साथ उसका लगाव और उसकी देखभाल करने की इच्छा, उसके जीवन की मासूमियत और उसकी आंतरिक इच्छाओं को व्यक्त करती है।

कहानी के माध्यम से लेखक ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि कैसे एक छोटे बच्चे के सपने और उसकी कल्पनाएँ बड़े होते ही धीरे-धीरे बदल जाती हैं। मछली का मरना इस बात का प्रतीक है कि बच्चा अपने मासूम सपनों से दूर हो रहा है और जीवन की कठोर वास्तविकताओं से परिचित हो रहा है।

कहानी का संदेश यह है कि जीवन में सच्ची खुशी और संतोष उन्हीं छोटे-छोटे पलों में छिपा होता है जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। विनोद कुमार शुक्ल ने अपनी सरल भाषा और गहरे प्रतीकों के माध्यम से जीवन के इस महत्वपूर्ण पहलू को उजागर किया है।

मछली ( कहानी ) से सम्बंधित महत्पूर्ण प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: झोले में मछलियाँ लेकर बच्चे दौड़ते हुए पतली गली में क्यों घुस गए?
उत्तर: दौड़ते हुए बच्चे पतली गली में इसलिए घुस गए क्योंकि इस गली से घर नजदीक पड़ता था। वे जल्द से जल्द मछलियों को घर पहुंचाना चाहते थे।

प्रश्न 2: मछलियों को लेकर बच्चों की अभिलाषा क्या थी?
उत्तर: बच्चों की अभिलाषा थी कि वे एक मछली को कुएं में डालकर पालें, जिससे वह बड़ी हो जाए। जब मन करे, वे उसे बाल्टी से निकालकर खेलें और फिर कुएं में वापस डाल दें।

प्रश्न 3: मछलियाँ लिए घर आने के बाद बच्चों ने क्या किया?
उत्तर: घर पहुंचने के बाद, बच्चों ने नहानघर में प्रवेश किया और बाल्टी में पानी भरकर उसमें मछलियों को डाल दिया। उन्होंने झोले से तीनों मछलियों को बाल्टी में उड़ेल दिया ताकि मछलियाँ पानी में तैर सकें।

प्रश्न 4: मछली को छूते हुए संतू क्यों हिचक रहा था?
उत्तर: संतू मछली को छूने से इसलिए हिचक रहा था क्योंकि उसे डर था कि कहीं मछली उसे काट न ले।

प्रश्न 5: मछली के बारे में दीदी ने क्या जानकारी दी थी? बच्चों ने उसकी परख कैसे की?
उत्तर: दीदी ने बताया था कि मरी हुई मछली की आँख में अपनी परछाईं नहीं दिखती है। बच्चों ने इस जानकारी की परख एक मरी हुई मछली की आँख में अपनी परछाईं देखकर की।

प्रश्न 6: संतू क्यों उदास हो गया?
उत्तर: संतू इसलिए उदास हो गया क्योंकि उसे पता चला कि मछली को बाद में काट दिया जाएगा। वह मछली को जीवित रखना चाहता था और उसे मछली से बिछुड़ने का दुःख हुआ।

प्रश्न 7: घर में मछली कौन खाता था और वह कैसे बनायी जाती थी?
– उत्तर: घर में केवल पिताजी ही मछली खाते थे। मछली काटने का काम घर का नौकर करता था। पहले मछली को पत्थर पर पटककर मार दिया जाता था, फिर उसे राख से मलकर साफ किया जाता था। इसके बाद पाटा पर रखकर चाकू से काटा जाता था। मछली बनाने का कार्य नहानघर में होता था।

प्रश्न 8: दीदी कहाँ थी और क्या कर रही थी?
उत्तर: दीदी कमरे में थीं और सो रही थीं।

प्रश्न 9: “अरे-अरे” कहता हुआ भग्गू किसके पीछे भागा और क्यों?
उत्तर: “अरे-अरे” कहता हुआ भग्गू संतू के पीछे भागा क्योंकि संतू एक मछली लेकर भाग रहा था। भग्गू को डर था कि संतू मछली को कुएं में डाल देगा, जिससे उसे डाँट पड़ सकती थी। मछली को संतू से वापस लेने के लिए भग्गू उसके पीछे भागा।

प्रश्न 10: मछली और दीदी में क्या समानता दिखाई पड़ी? स्पष्ट करें।
उत्तर: मछली और दीदी दोनों ही परिस्थितियों के चंगुल में फंसी हुई थीं। मछली पानी के बिना अंगोछे में तड़प रही थी, जबकि दीदी कमरे में करवट लिए साड़ी से सिर ढककर सिसक रही थीं। मछली का तड़पना और दीदी का सिहरना, दोनों में एक दर्द और असहायता की समानता नजर आई।

प्रश्न 11: पिताजी किससे नाराज थे और क्यों?
उत्तर: पिताजी नरेन से नाराज थे क्योंकि बच्चों ने मछलियों के कारण भग्गू को परेशान किया और खुद भी परेशान हुए। बच्चों का मछली को पालने का प्रयास और फिर संतू का मछली लेकर भागना, ये सब हरकतें पिताजी को पसंद नहीं आईं, इसलिए वे नाराज हुए।

(क) बरसते पानी में खड़े होकर झोले का मुँह आकाश की तरफ फैलाकर मैंने खोल दिया ताकि आकाश।

व्याख्या: प्रस्तुत पंक्तियाँ विनोद कुमार शुक्ल द्वारा लिखी गई कहानी ‘मछली’ से ली गई हैं। ये पंक्तियाँ उस समय की हैं जब बच्चे मछलियों को लेकर भीगते हुए घर जा रहे थे। बच्चों को मछलियों से बहुत लगाव था और वे उन्हें जीवित रखना चाहते थे। झोले में पानी न होने के कारण बच्चों को डर था कि मछलियाँ मर न जाएँ, इसलिए उन्होंने झोले का मुँह आकाश की ओर फैलाकर खोल दिया ताकि बारिश का पानी झोले में गिर सके और मछलियाँ जीवित रह सकें। यह मछलियों के प्रति बच्चों की चिंता और उनकी मासूमियत को दर्शाता है।

(ख) अगर बाल्टी भरी होती तो मछली उछलकर नीचे आ जाती।

व्याख्या: यह पंक्ति भी ‘मछली’ कहानी से ली गई है। जब बच्चे मछलियाँ लेकर घर लौटे, तो उन्होंने नहानघर में पानी की बाल्टी में मछलियों को रखा। बाल्टी में पानी का स्तर आधा कर दिया गया था ताकि मछलियाँ उछलकर बाहर न आ जाएँ और नाली में बह न जाएँ। इससे पहले भी एक मछली नाली में बहकर गायब हो चुकी थी, जिससे बच्चे सतर्क हो गए थे। इस पंक्ति से बच्चों का मछलियों को सुरक्षित रखने का प्रयास और उनका मासूम डर झलकता है।

(ग) और पास से देख। परछाई दिखती है?

व्याख्या: यह पंक्ति ‘मछली’ कहानी से ली गई है, और इसका संबंध दीदी द्वारा बच्चों को दी गई जानकारी से है कि मरी हुई मछली की आँखों में परछाईं नहीं दिखती। जब मछली की कोई हरकत नहीं हुई, तो लेखक ने संतू से उसकी आँखों में झाँककर देखने को कहा कि परछाईं दिखती है या नहीं। संतू पास जाकर मछली की आँखों में देखता है। इस पंक्ति के माध्यम से लेखक बच्चों की मासूमियत और उनकी जिज्ञासा को दर्शाता है।

(घ) नहानघर की नाली क्षणभर के लिए पूरी भर गई, फिर बिल्कुल खाली हो गई।

व्याख्या: यह पंक्ति भी ‘मछली’ कहानी से ली गई है। इस संदर्भ में, लेखक नहानघर में जाता है जहाँ मछलियों की गंध फैली हुई है। वहाँ भग्गू मछलियों के टुकड़े काट रहा था, और जब लेखक ने पानी भरी बाल्टी को नाली में उड़ेल दिया, तो नाली क्षणभर के लिए भर गई और फिर तुरंत खाली हो गई। यह दृश्य पूरे घर में मछली की गंध और उस समय की स्थिति को दर्शाता है, जिसमें घर के सभी सदस्य मछली की घटना से प्रभावित हो रहे थे।

प्रश्न 13: संतू के विरोध का क्या अभिप्राय है?
उत्तर: संतू के विरोध का अभिप्राय मानवीय गुणों और ममता का प्रकटीकरण है। कहानी में संतू मछलियों को निर्दयता से कटते देखकर उनसे सहानुभूति रखता है। वह मछलियों की रक्षा के लिए भागता है, जो दर्शाता है कि मानव को स्वार्थी बनकर लाचार और शोषित प्राणियों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। संतू का यह विरोध निःस्वार्थ भाव से पीड़ितों की रक्षा करने का प्रतीक है, और यह दिखाता है कि सभी प्राणियों में अपनी परछाईं देखनी चाहिए।

प्रश्न 14: दीदी का चरित्र चित्रण करें।
उत्तर: दीदी एक पारंपरिक मध्यम वर्गीय परिवार की लड़की हैं, जो घर की चारदीवारी में बंद, कठपुतली की तरह जीवन जी रही हैं। वह ममता की मूर्ति हैं और अपने भाइयों से असीम स्नेह करती हैं। दीदी अपने भाइयों को यह सिखाती हैं कि प्रत्येक जीव में अपनी परछाईं देखनी चाहिए। मछली का विवश होकर कटना उनके लिए अत्यंत पीड़ादायक है। दीदी समाज की रूढ़िवादिता के बीच एक मूक, बेबस, और लाचार कन्या के रूप में उभरती हैं, जो आंतरिक वेदना को अनुभव कर सिसकियाँ भरती हैं।

प्रश्न 15: कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट करें।
उत्तर: ‘मछली’ शीर्षक कहानी के लिए पूर्णतः सार्थक है। यह कहानी मछलियों के माध्यम से जीवन की क्षणभंगुरता और शोषितों की विवशता को दर्शाती है। पूरी कहानी में मछलियों का प्रमुख स्थान है, जो बच्चों के मनोभाव और जीवन की वास्तविकताओं को प्रकट करती है। मछली की स्थिति के साथ-साथ दीदी की तुलना भी मछली से की गई है, जो कहानी के शीर्षक को और भी अधिक अर्थपूर्ण बनाती है।

भाषा की बात

प्रश्न 1: निम्नांकित विशेष्य पदों में उपयुक्त विशेषण या क्रियाविशेषण लगाएँ
उत्तर:

  • गली – पतली गली
  • मछली – तीन मछलियाँ, कोई मछली
  • उछली – जोर से उछली
  • कमीज – गीली कमीज
  • मूंछे – छल्लेदार मूंछे
  • परछाई – अपनी परछाईं
  • नहानघर – मछलियाँ नहानघर
  • खंगाला – गोल-गोल खंगाला

प्रश्न 2: पाठ में प्रयुक्त विभिन्न क्रियारूपों को एकत्र कीजिए।
उत्तर:

  • घुस गए, पड़ता था, घूटते-घूटते बचा, उछलकर, आदि।

प्रश्न 3: निम्नांकित वाक्यों के पद-विग्रह करें
(क) मुर्दा सी मछली के पूरे शरीर में अच्छी तरह राख मली।
उत्तर:

  • मुर्दा – गुणवाचक विशेषण, स्त्रीलिंग, एकवचन
  • मछली – जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्त्ताकारक
  • अच्छी – गुणवाचक विशेषण, स्त्रीलिंग, एकवचन
  • मली – सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, एकवचन, भूतकाल

(ख) पाटे के समय मछलियों के गोल-गोल चमकीले पंख पड़े थे।
उत्तर:

  • मछलियों – जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, बहुवचन, संबंध कारक
  • चमकीले – गुणवाचक विशेषण, पुल्लिंग, बहुवचन

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